इन टोटकों से मिलती है अपार धन-संपदा

अक्षय तृतीया पर्व को दीवाली पर्व के समान ही माना जाता है। मान्‍यता है कि इस द‍िन व‍िध‍ि-विधान से की गई मां लक्ष्‍मी की पूजा से घर धन-धान्‍य से भर जाता है। जीवन में कभी भी आर्थिक समस्‍याएं नही होतीं। ज्‍योतिष शास्‍त्र में कुछ ऐसे ही टोटके बताए गये हैं। जिन्‍हें अक्षय तृतीया के दिन अपनाकर आप भी अपना घर और जीवन धन-संपदा और सुख-समृद्धि से भर सकते हैं।

ऐसे करें मां लक्ष्‍मी की पूजा अक्षय तृतीया के द‍िन मां लक्ष्‍मी की पूजा का व‍िधान है। ज्‍योतिष शास्‍त्र के मुताबिक इस द‍िन मां लक्ष्‍मी की पूजा करते समय माथे पर केसर और हल्‍दी का तिलक लगाना चाहिए। ऐसा करने से घर और जातक के जीवन में मां लक्ष्‍मी की कृपा बनी ही रहती है।

श्रीयंत्र यंत्र से करें मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न– मां लक्ष्‍मी को श्रीयंत्र अति प्रिय है। इसे माता महालक्ष्‍मी का ही स्‍वरूप माना जाता है। अक्षय तृतीया के द‍िन इसकी व‍िधि-व‍िधान से पूजा करके घर की तिजोरी में या फिर आप जिस भी स्‍थान पर धन रखते हों, वहां रख दें। इसके बाद माता लक्ष्‍मी से प्रार्थना करें कि उनकी कृपा आपके ऊपर सदैव ही बनी रहे।

इन वस्‍तुओं का करें दान– ज्‍योत‍िष शास्‍त्र के मुताबिक अक्षय तृतीया के द‍िन किये गए दान से मां लक्ष्‍मी अत्‍यंत प्रसन्‍न होती हैं। क्‍योंकि दान के रूप में आप किसी की मदद कर रहे होते हैं। इससे व्‍यक्ति पुण्‍य कर्म अर्जित करता है। लेकिन अक्षय तृतीया के द‍िन ब्राह्मणों को यद‍ि खरबूजा, तिल, घी, वस्‍त्र, चांदी और नमक का दान द‍िया जाए तो यह अत्‍यंत शुभ होता है। इससे धन का आवागमन बढ़ता है।

गोपनीय टोटका – आपज्‍योतिष शास्‍त्र कहता है कि यद‍ि अक्षय तृतीया के द‍िन पूजा में एकाक्षी नार‍ियल यान‍ि कि एक आंख और एक मुंह वाला नारियल रखा जाए तो इससे भी मां लक्ष्‍मी प्रसन्‍न होती हैं। इसके अलावा 11 कौड़‍ियों को लाल रंग के वस्‍त्र में बांधकर मां लक्ष्‍मी के चरणों में रख दें। ऐसा करने से देवी लक्ष्‍मी की कृपा बरसती है। साथ ही कभी भी आर्थिक हान‍ि नहीं होती। कहीं न कहीं से धन का आवागमन बना ही रहता है।

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