शुक्रवार का ग्रह है शुक्र ग्रह। शुक्रवार की प्रकृति मृदु है। यह दिन एक और जहां लक्ष्मी का दिन है वहीं दूसरी ओर काली का भी। यह दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य का दिन भी है। इस दिन माता लक्ष्मी और काली माता की पूजा करना चाहिए। शुक्रवार का व्रत रखने से शुक्र ग्रह बलवान बनता है और धन एवं ऐश्वर्य के रास्ते खुल जाते हैं। आओ जानते हैं कि शुक्रवार के दिन कौनसे कार्य नहीं करना चाहिए। सनातन धर्म में हर दिन किसी ना किसी देवी-देवता का होता है। जिसके मुताबिक शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी का होता है।
शुक्रवार के दिन जो भक्त मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं, उन्हें संसार के सभी सुखों की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में लक्ष्मी मां को धन की देवी मानी गई हैं। मान्यता है कि शुक्रवार के दिन उनकी भलीभांति पूजा आराधना करने से उनका आशीर्वाद बना रहता है। लेकिन इस दिन कुछ चीजों की मनाही भी बताई गई है। जानिए कुछ ऐसी बातों के बारे में जो इस दिन को नहीं करनी चाहिए
शुक्रवा को गाली गलोच करने या किसी को अपशब्द कहने से लक्ष्मी माता रुष्ठ हो जाती है।
इस दिन खट्टा न खाएं तो आपके साथ अच्छा ही होगा।
इस दिन तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए।
शुक्रवार को किसी से भी मुफ्त में कुछ ना लें। मुफ्त की वस्तु से कर्जा चढ़ता है।
शुक्रवार ही नहीं सभी दिन किसी भी महिला का अपमान न करें।
किसी भी प्रकार से शरीर पर गंदगी न रखें अन्यथा आकस्मिक घटना-दुर्घटना हो सकती है।
शुक्रवार को मीठा दान नहीं करना चाहिए। खासकर चीनी तो बिल्कुल भी दान ना करें।
पिशाची या निशाचरों के कर्म से दूर रहें।
शुक्रवार के दिन भी किसी को उधार देने से बचें और ले भी नहीं।
नैऋत्य, पश्चिम और दक्षिण में यात्रा न करें। खासकर इस दिन पश्चिम में दिशाशूल रहता। जरूरी हो तो इस दिन कुछ जौ के दाने चबाकर यात्रा कर सकते हैं।
उधार लेन-देन न करें
कभी किसी को भूलकर भी शुक्रवार के दिन धन ना दें और ना ही उधार लें। मान्यता है कि शुक्रवार के दिन दिया गया धन वापस लौटकर नहीं आता है। इसदिन किसी को कर्ज देने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं और संबंध भी खराब होते हैं।
शुक्रवार के दिन भूलकर भी चीनी किसी को भी नहीं देनी चाहिए।
क्योंकि ज्योतिष में चीनी का संबंध शुक्र और चंद्र दोनो से हैं। इसलिए शुक्रवार के दिन चीनी देने से आपका शुक्र कमजोर होता है और शुक्र भौतिक सुखों का स्वामी है। शुक्र के नाराज होने से भौतिक सुख-सुवधिओं में कमी आती है और आर्थिक स्थिति भी खराब होती है। शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी के साथ नारायण की भी पूजा करनी चाहिए।
लक्ष्मी के साथ नारायण की पूजा करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और दोनों का आशीर्वाद भी बना रहता है। अगर संभव हो सके तो सुबह या शाम किसी भी एक समय मीठा घर में जरूर बनाना चाहिए और उसको सबसे पहले घर की सबसे बड़ी स्त्री को देना चाहिए।
व्यापार धंधे में नुकसान होने लगता है
शुक्रवार के दिन किसी से अपशब्द न बोलें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी आप से अप्रसन्न हो जाती हैं और फिर आपके साथ धन संबंधी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। घर में अपव्यय बढ़ जाता है। लोग बीमार रहने लगते हैं। व्यापार धंधे में नुकसान होने लगता है। उधार लेन-देन न करेंकभी किसी को भूलकर भी शुक्रवार के दिन धन ना दें और ना ही उधार लें। मान्यता है कि शुक्रवार के दिन दिया गया धन वापस लौटकर नहीं आता है। इसदिन किसी को कर्ज देने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं और संबंध भी खराब होते हैं।