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coconut powder making machine | coconut powder manufacturing business

नारियल का चुरा यानि कोकोनेट पाउडर (Coconut Powder) लगभग सभी प्रकार की मिठाईयों में डाले जाने वाली खाद्य सामग्री हैं. कोकोनेट पाउडर की शेल्फ लाइफ अधिक होती हैं इसलिए इसके खराब होने के कारण किसी नुक्सान की चिंता कम होती हैं. सभी प्रकार के बेकरी व कान्फेशंरी आइटम्स में कोकोनेट पाउडर (Coconut Powder)  की आवश्यकता पड़ती ही हैं. साथ ही कोकोनेट पाउडर की मांग केवल लोकल मार्किट में ही नहीं बल्कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी होती हैं. बदलते लाइफ स्टाइल के कारण लोगों को रेडीमेड फ़ूड की आदत हो चली हैं इसलिए अब कोकोनेट पाउडर को अधिक तरजीह दी जा रही हैं. आजकल कोकोनेट पाउडर की मांग अधिक हैं. इसलिए इस उद्योग को लगाने में मुनाफा होने की सम्भावना भी अधिक हैं.

क्‍योक‍ि विश्व में नारियल यानि कोकोनेट(Coconut) के उत्पादन में भारत तीसरे नंबर पर आता हैं. अधिक उत्पादन होने के कारण हमारें यहाँ नारियल को काफी पसंद भी किया जाता हैं. हमारे यहाँ नारियल की खपत केवल कोकोनेट पाउडर (Coconut Powder) के रूप में खाद्य सामग्री बनाकर नहीं होती बल्कि नारियल के तेल को भी बहुत गुणकारी माना जाता हैं. देश में निर्यात के बाद बचे नारियल में से 60% नारियल फ़ूड प्रोसेसिंग में इस्तमाल होता हैं व शेष 40% तेल के रूप में उपभोक्ताओं तक पहुँचता हैं.

जानते हैं कैसे शुरू किया जा सकता हैं कोकोनेट पाउडर मैन्युफैक्चरिंग का उद्योग और कोन सी मशीन लगा कर आप इस व्‍यवसाय को कर सकते है इसके लिये नीचे दिये व‍िडि‍यो काे जरूर देखे

कोकोनेट मैन्युफैक्चरिंग बिज़नस में निवेश

कोकोनेट पाउडर (Coconut Powder) बिज़नस शुरू करने के लिए कैपिटल अमाउंट के रूप में छोटी रकम की आवश्यकता होती हैं. इस बिज़नस में निवेश राशि कम होने के पीछे बहुत से कारण हैं. क्‍योकि कोकोनट का सूखा गोला आपको भारत के सभी शहरो मे असानी से मिल जाता है और इसके ज्‍यादा स्‍टाक रखने की आवश्‍यकता नही होती है साथ ही इसमें लगने वाली मशीन जो काफी कम कीमत पर मिल जाती है मशीन के लि‍ये आप दिये गये व‍िड‍ियो को जरूर देखे ।

यदि आप चाहे तो कोकोनेट पाउडर (Coconut Powder) मैन्युफैक्चरिंग उद्योग को सेट करने के लिए बैंक व अन्य फाइनेंसिंग सुविधाओं से लोन ले सकते है या PMEGP योजना में भी आवेदन करके आप लोन ले सकते हैं. इसके लिए बन आपसे आपके बिज़नस की प्रोजेक्ट रिपोर्ट मांग हो. जिसमें आपको बैंक को अपने आईडिया के बारें में विस्तार से बताना होगा. साथ ही आपको बैंक के अधिकारियों को इस बात का भी विश्वास दिलाना होगा कि आपके उद्योग से आपको मुनाफा ही होने वाला हैं नुक्सान नहीं.

आप Technology Mission on Coconut  के अंतर्गत चलाई गयी स्कीम के जरिये सब्सिडी भी पा सकते हैं. Coconut Development Board भी आपकी कोकोनेट से जुड़े बिज़नस को सेट करने में मदद करने को तैयार रहता हैं. आप चाहें तो इन दोनों  डिपार्टमेंट में एप्लीकेशन देकर मदद ले सकते हैं.

कैसी हो कोकोनेट पाउडर बनाने की मशीनरी

आप अपने निवेश की राशि के अनुसार अपने मैन्युफैक्चरिंग एरिया को बड़ा या छोटा रख सकते हैं. छोटे स्तर पर इस उद्योग को लगाने के लिए अमूमन 500 स्क्वायर फीट का एरिया काफी होता हैं. इसके साथ आपको फैक्ट्री के लिए बिजली और पानी की समुचित व्यवस्था भी करनी होगी. कोकोनेट पाउडर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए आपको इन मशीनरी की आवश्यकता होगी.-

  • Grinder Machine
  • भार तौलने के लिए Platform weighing balance
  • पैकेट बनाने में काम आने वाली सामग्री जैसे पोलीथीन.
  • चाकू, ट्राली व ऐसी अन्य सामग्री.
  • काम करने के लिए आवश्यक फर्नीचर.

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Chalk Manufacturing Business | चाक बनाने का व्यवसाय https://anjujadon.com/chalk-manufacturing-business-small-business-ideas-for-women/ https://anjujadon.com/chalk-manufacturing-business-small-business-ideas-for-women/#respond Wed, 05 May 2021 22:56:59 +0000 https://anjujadon.com/?p=207 चाक क्या है ? (What is blackboard chalk?) chalk प्लास्टर ऑफ़ पेरिस से बनाया गया कलम के विकल्प के रूप में तैयार किया गया एक  स्टेशनरी प्रोडक्ट है, जिसका इस्तेमाल हम ब्लैकबोर्ड पर लिखने के लिए करते हैं।आपने देखा होगा छोटे-छोटे स्कूल और कोचिंग इंस्टिट्यूट से लेकर बड़े कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी में भी छात्रों को पढ़ाने के लिए ब्लैकबोर्ड का प्रयोग किया जाता है जिस पर चाक से ही लिखा जाता है आजकल हर शैक्षणिक संस्था में चाक का उपयोग होना आम बात है।   Chalk चूना पत्थर का एक रूप है जिसे मिनरल केल्साईट से बनाया जाता […]

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चाक क्या है ? (What is blackboard chalk?)

chalk प्लास्टर ऑफ़ पेरिस से बनाया गया कलम के विकल्प के रूप में तैयार किया गया एक  स्टेशनरी प्रोडक्ट है, जिसका इस्तेमाल हम ब्लैकबोर्ड पर लिखने के लिए करते हैं।आपने देखा होगा छोटे-छोटे स्कूल और कोचिंग इंस्टिट्यूट से लेकर बड़े कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी में भी छात्रों को पढ़ाने के लिए ब्लैकबोर्ड का प्रयोग किया जाता है जिस पर चाक से ही लिखा जाता है आजकल हर शैक्षणिक संस्था में चाक का उपयोग होना आम बात है।  

Chalk चूना पत्थर का एक रूप है जिसे मिनरल केल्साईट से बनाया जाता है। chalk manufacturing business लगभग 19वी शताब्दी से ही किया जा रहा है उस समय यह उतना प्रचलित नहीं था। जैसे-जैसे शिक्षा के स्तर में बढ़ोत्तरी हुयी है वैसे-वैसे इसकी मांग भी बढ़ती गयी। इसकी इतनी मांग बढ़ने का सबसे बड़ा कारण इसका बहुत ही कम कीमत पर उपलब्ध होना साथ ही यदि किसी स्कूल में चाक  उपलब्ध न हो तो बच्चों को पढ़ाना बहुत मुश्किल हो जाता है अतः चाक की जरूरत हर स्कूल व कोचिंग संस्थानों में होती है। 

इसलिए आज के इस पोस्ट में मैं आप लोगों को chalk manufacturing business के बारे में पूरी जानकारी दूंगा ताकि इसे पढ़कर आप भी low investment में अपना बिज़नस आसानी से स्टार्ट कर सको।

फ्यूचर मार्केट

chalk manufacturing business का फ्यूचर मार्केट बहुत अच्छा है क्योंकि जैसे-जैसे मानव आबादी बढ़ रही है जगह-जगह स्कूल कॉलेज और कोचिंग संस्थान खुल रहे हैं जिनमे बच्चों को पढ़ाने के लिए ब्लैकबोर्ड का इस्तेमाल होता है और इन ब्लैकबोर्ड पर सिर्फ चाक से ही लिखा जा सकता है क्योंकि एक बार चाक से लिखने के बाद उसे डस्टर की सहायता से इरेस किया जा सकता है जबकि किसी पेन से लिखने के बाद उसे इरेस नहीं किया जा सकता है इसलिए चाक की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ने ही वाली है। 

plant कहाँ लगायें ? 

चाक बनाने की फैक्ट्री आपको उस क्षेत्र में लगाना ज्यादा उपयुक्त रहेगा जहाँ पर ज्यादा से ज्यादा स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी कैंपस खुले हों क्योंकि ये ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ पर चाक की मांग बहुत ज्यादा रहती है। इन क्षेत्रों में देश के कोने-कोने से छात्र पढ़ने के लिए आते हैं और इनको पढ़ाने के लिए अध्यापकों को ब्लैकबोर्ड पर चाक से लिखने की आवश्यकता पड़ती है जिन्हें यें स्थानीय स्टेशनरी की दुकानों से खरीदते हैं।

इसलिए यदि आप इसी क्षेत्र में अपना plant लगाते हैं और चाक बनाने वाली अन्य कंपनियों की तुलना में आप अपना रेट कम रखते हैं तो ज्यादा अच्छा रहेगा क्योंकि आपको माल पहुचाने का ट्रांसपोर्टेशन चार्ज कम देना पड़ेगा। आपकी लागत कम आएगी और आपकी सेलिंग बहुत जबरदस्त होगी। इसके अलावा आपके plant तक यातायात आवागमन एवं विद्युत् आपूर्ति की सुविधा जरूर होनी चाहिए यह उद्योग शुरू करने हेतु कम से कम 250 से 300 वर्ग फुट जगह पर्याप्त होगी। 

किससे बनता है ? (Blackboard Chalk Making Raw Materials)

चाक प्रमुखतः प्लास्टर ऑफ़ पेरिस (POP) से बनता है जो एक प्रकार का सफ़ेद रंग का पाउडर जिप्सम अर्थात चूना के पत्थर से उत्पादित होता है चाक बनाने में में मुख्य कच्चा पदार्थ  निम्नलिखित हैं-

  • प्लास्टर ऑफ़ पेरिस (POP)- यह इस व्यवसाय का सबसे मुख्य कच्चा माल है इसी से चाक  बनता है। 
  • केरोसिन व मूंगफली का तेल-  यह सांचे में स्नेहक के रूप में अल्प मात्रा में डाला जाता है जिससे  चाक सांचे में चिपक न जाये। 
  • व्हाइट सीमेंट-  यह चाक को सफ़ेद बनाने हेतु मिलायी जाती है। 
  • कलर- यदि आपको कलरफुल चाक चाहिए तो इसमें मनचाहा रंग भी मिला सकते हैं। 
  • पानी- मिक्सचर को बनाने के लिए पानी का उपयोग किया जाता है। 

मशीनरी एवं उपकरण (Chalk Making Machine)

chalk manufacturing business को स्थापित करने में किसी विशेष मशीन की आवश्यकता नहीं होती है। इसे बस रॉ मटेरियल और सांचो से ही बनाया जा सकता है परन्तु औद्योगिक स्तर पर उत्पादन हेतु कुछ मशीनों को जरूरत होती हैं जो निम्न हैं –

  • मिक्सर मशीन- इस मशीन से सभी रॉ मटेरियल को अच्छे से मिक्स किया जाता है। 
  • chalk फ्रेम या सांचे- इन साँचो में चाक ढाला जाता है। 
  • ड्रायर- यदि धूप उपलब्ध न हो तो ड्रायर की मदद से चाक को सुखाया जाता है। 
  • हैण्ड ग्लव्स- इनका इस्तेमाल हाथो में किया जाता है ताकि POP हाथो में न लगे क्योंकि यह कास्टिक होता है। 
  • स्क्रेपर- यह सांचो के ऊपर चलाया जाता है जिससे सभी चाक एक साइज़ के बन जाएँ। 
  • एक बड़ा बर्तन- मिक्सचर को रखने के लिए एक बड़े बर्तन की जरूरत होती है। 

लागत (Blackboard Chalk Making Machine Price)

chalk manufacturing business वैसे तो मैन्युअली 50000 रुपये से भी स्टार्ट किया जा सकता है बस आपको रॉ मटेरियल कुछ बर्तन और सांचे खरीदने होंगे परन्तु औद्योगिक स्तर पर ज्यादा उत्पादन हेतु कुछ मशीनें खरीदनी पड़ती हैं जिसके लिए आपके पास कम से कम एक से डेढ़ लाख रुपये की पूँजी का होना अत्यंत आवश्यक है जिसमे आवश्यक सभी मशीनें तथा शुरूआती रॉ मैटेरियल्स खरीदा जा सके। यदि आप का बिज़नस सही ढंग से चल जाता है तो और अधिक पूँजी लगाकर कच्चा माल खरीदकर अपना प्रोडक्शन बढ़ा कर अपना बिज़नस और बड़ा कर सकते हो।

chalk कैसे बनता है ?(Chalk Making Process)

chalk manufacturing business में चाक बनाने के लिए किसी विशेष मशीन की आवश्यकता नहीं होती है इसे सिर्फ सांचो से ही बनाया जा सकता है परन्तु औद्योगिक स्तर पर वृहद् उत्पादन हेतु इसे मशीनों की सहायता से बनाया जाने लगा है इसके लिए आपको chalk making formula का पता होना बहुत जरूरी होता है इसको निम्नलिखित स्टेप में बनाया जाता है-

  1. मिक्सचर(घोल) बनाना- प्लास्टर ऑफ़ पेरिस(POP) तथा व्हाइट सीमेंट तथा पानी अच्छी तरह से मिलाना यदि कलरफुल चाक चाहते हो तो मनचाहा कलर भी साथ में ही मिला देते हैं। 
  2. मोल्ड लुब्रीकेंट्स इस्तेमाल करना- इस प्रक्रिया में सांचो में केरोसिन और मूंगफली का तेल 4 : 1 इस्तेमाल किया जाता है जिससे चाक सांचो में चिपक न जाएँ। 
  3. सांचे में ढालना- अब पूरी तरह से तैयार मिश्रण को सांचो में डालकर 15-20 मिनटों तक जमने के लिए छोड़ देते हैं हालाँकि घोल डालते समय इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है की सांचे पूरी  तरह से भर जाएँ नहीं तो चाक खोखला बन जायेगा जो बाद में टूट जाता है। 
  4. सांचे से chalk निकालना- चाक के जम जाने के बाद इसे सांचे से निकालकर किसी बड़े बर्तन में  इकठ्ठा कर लेते हैं। 
  5. धूप में सुखाना-  अब इन चाकों को अच्छी धूप में एक दिन तक सुखाया जाता है ताकि ये जल्दी टूटे न। 
  6. अब ये चाक पूरी तरह से पैकिंग हेतु तैयार है। 

दोस्तों मेरे खयाल से जिन लोगों के मन में Chalk kaise banta hai?, Slate chalk kaise banti hai?, chauk kaise banate hain? जैसे आदि सवाल रहे होंगे तो उनको पता चल गया होगा की किस तरीके से ब्लैकबोर्ड चाक को बनाया जाता है।

मार्केटिंग

आप किसी भी प्रोडक्ट की कितने अधिक मात्रा में मैन्युफैक्चरिंग कर रहे हों इस फैक्ट से आप के इनकम पर असर नहीं पड़ने वाला है बल्कि कितने लार्ज स्केल पर प्रोडक्ट सेल कर रहे हो यह मायने रखता है जितनी अधिक आपके प्रोडक्ट की बिक्री होगी उतनी अधिक आपके बिज़नस की कमाई बढ़ेगी अतः आप अपने प्रोडक्ट को ज्यादा से ज्यादा सेल करने के तरीके खोजिये। अपने आसपास के तथा दूर के हर मार्केट्स में जाकर स्कूल कॉलेज के सामने खुली स्टेशनरी की दुकानों पर संपर्क बनाकर उनको होलसेल रेट पर अपना माल दीजिये इस प्रकार से आप अपनी बिक्री बढ़ा सकते हैं। 

पैकिंग

चूंकि चाक एक ऐसा पदार्थ है जो गिर जाने पर टूट सकता है और टूटा हुआ चाक कोई नहीं लेना चाहेगा जिससे आपका नुक्सान हो जायेगा इसलिए इसकी पैकेजिंग दफ्ती कागज के गत्तों में की जाती है जिसके अन्दर यह सुरक्षित रखा रहता है। एक-एक दर्जन चाक के छोटे-छोटे गत्तों के डिब्बे पैक करके बड़े-बड़े गत्ते के बॉक्सेस में इन डिब्बों को पैक करके बाहर सेल के लिए भेज दिया जाता है। 

प्रॉफिट (Profit in chalk business)

इस व्यवसाय में काफी मुनाफा है इसतरहकेचाक को बनाने में ज्यादा लागत नहीं आती है बस मेहनत की ज्यादा जरूरत होती है।एक किलो प्लास्टर ऑफ़ पेरिस से लगभग 500 चाक का निर्माण हो जाता है जबकि एक किलो POP मार्केट में लगभग 10 से 12 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल जाता है। इस प्रकार से chalk manufacturing business में प्रॉफिट मार्जिन 50 से 60 परसेंट तक है यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा यदि आप ज्यादा से ज्यादा बिक्री कर ले जाते हो तो आप लाखों रूपये महीने भी कमा सकते हो।

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