monument – Anju Jadon News & Blogs https://anjujadon.com News & knowledge in Hindi Wed, 22 Mar 2023 09:53:22 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.5.5 https://anjujadon.com/wp-content/uploads/2023/03/cropped-anjujadon_new-32x32.jpg monument – Anju Jadon News & Blogs https://anjujadon.com 32 32 Chausath Yogini Temple: रहस्यमयी मंदिर, भारत का ये चौसठ योगिनी मंदिर, हर कमरे में है एक शिवलिंग, विदेशी भी आते थे तंत्र-मंत्र सीखने https://anjujadon.com/chausath-yogini-temple-ekattarso-mahadev-mandir-chausath-yogini-temple/ https://anjujadon.com/chausath-yogini-temple-ekattarso-mahadev-mandir-chausath-yogini-temple/#respond Wed, 22 Mar 2023 09:53:21 +0000 https://anjujadon.com/?p=1677 The Chausath Yogini Temple, Mitaoli, also known as Ekattarso Mahadeva Temple. यहां पर कई प्राचीन और चमात्कारिक मंदिर हैं। इनमें कई मंदिर बेहद रहस्यमयी हैं जिनमें मध्य प्रदेश का चौसठ योगिनी मंदिर भी शामिल है। भारत में चार चौसठ योगिनी मंदिर हैं। ओडिशा में दो मंदिर हैं और मध्य प्रदेश में दो हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के मुरैना में स्थित चौसठ योगिनी मंदिर सबसे प्राचीन और रहस्यमयी है।

<p>The post Chausath Yogini Temple: रहस्यमयी मंदिर, भारत का ये चौसठ योगिनी मंदिर, हर कमरे में है एक शिवलिंग, विदेशी भी आते थे तंत्र-मंत्र सीखने first appeared on Anju Jadon News & Blogs.</p>

]]>
The Chausath Yogini Temple, Mitaoli, also known as Ekattarso Mahadeva Temple, is an 11th-century temple in Morena district in the Indian state of Madhya Pradesh. Build during Kachchhapaghata reign, it is one of the well-preserved Yogini temples in India.

It takes a More than Hundred Steps to reach the Chausath Yogini temple of Morena, Madhya Pradesh, which stands on a hillock in Mitaoli village. The nearest city, Gwalior, is some 40km away. This is probably a good thing, because it grants the monument an uninterrupted view of the Narmada valley, which makes the tedious journey worth it. Beware, though, for as vast as the blue horizon stretches, the stories of the belligerent practices of the deities run deep.

इसे भी पढें – Khatu Shaym Temple History: खाटू श्याम मंदिर का इतिहास

The Temple of Mitaoli is a part of 11 Chausath Yogini temples found across India.

Each clan of Chausath Yoginis had seven or eight matriarch leaders; the presence of clans has been identified by temples in states of Odisha, Jabalpur or Morena, Madhya Pradesh.

इसे भी पढें – करोड़पति बनना है तो गणेश चतुर्थी के किसी भी दिन तिजोरी में रख लें यह छोटी सी चीज़

भारत को मंदिरों का देश कहा जाता है। यहां पर कई प्राचीन और चमात्कारिक मंदिर हैं। इनमें कई मंदिर बेहद रहस्यमयी हैं जिनमें मध्य प्रदेश का चौसठ योगिनी मंदिर भी शामिल है। भारत में चार चौसठ योगिनी मंदिर हैं। ओडिशा में दो मंदिर हैं और मध्य प्रदेश में दो हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के मुरैना में स्थित चौसठ योगिनी मंदिर सबसे प्राचीन और रहस्यमयी है। भारत के सभी चौसठ योगिनी मंदिरों में यह इकलौता मंदिर है जो अभी तक ठीक है। मुरैना में स्थित यह मंदिर तंत्र-मंत्र के लिए दुनियाभर में जाना जाता था। इस रहस्यमयी मंदिर को तांत्रिक यूनिवर्सिटी भी कहते थे। यहां पर दुनियाभर से लाखों तांत्रिक तंत्र-मंत्र की विद्या सीखने के लिए आते थे। आईए जानते हैं मरैना में स्थित प्राचीन और रहस्यमयी चौसठ योगिनी मंदिर के बारे में। 

मध्यप्रदेश का प्राचीन चौसठ योगिनी मंदिर गोलाकार है और इसमें 64 कमरे हैं। इन सभी 64 कमरों में भव्य शिवलिंग स्थापित है। यह मंदिर मुरैना जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मितावली गांव में बना यह रहस्यमयी मंदिर दुनियाभर में प्रसिद्ध है। 

इसे भी पढें – Kaila Devi Story Temple In Hindi: kela devi ka itihaas, कैला देवी का इतिहास

इस अद्भुत मंदिर का निर्माण करीब 100 फीट की ऊंचाई पर किया गया है और पहाड़ी पर स्थित यह गोलाकार मंदिर किसी उड़न तश्तरी की तरह नजर आता है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए 200 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं।  मंदिर के बीच में एक खुले मंडप का निर्माण किया गया है जिसमें एक विशाल शिवलिंग स्थापित है। बताया जाता है कि यह मंदिर 700 साल पुराना है।  

इस मंदिर का निर्माण कच्छप राजा देवपाल ने 1323 ई (विक्रम संवत 1383) में करवाया था। इस मंदिर में सूर्य के गोचर के आधार पर ज्योतिष और गणित की शिक्षा दी जाती थी जिसका यह मुख्य केंद्र था। कहा जाता है कि यह भगवान शिव का मंदिर है जिसकी वजह से लोग तंत्र-मंत्र सीखने के लिए यहां आते थे। चौसठ योगिनी मंदिर के हर कमरे में शिवलिंग और देवी योगिनी की मूर्ति स्थापित थी जिसकी वजह से इस मंदिर का नाम चौसठ योगिनी रखा गया था। हालांकि कई मूर्तियां चोरी हो चुकी हैं। इसके चलते अब बची मूर्तियों को दिल्ली स्थित संग्राहलय में रख दिया गया है। 101 खंभों वाले इस मंदिर को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने प्राचीन ऐतिहसिक स्मारक घोषित किया हुआ है।

इसे भी पढें – Ganesh Chaturthi Ke Upay: गणेश चतुर्थी के दिन कर लें ये 4 उपाय, कर्ज से मिल जाएगा छुटकारा

बतया जाता है कि ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस ने मुरैना में स्थित चौसठ योगिनी मंदिर के आधार पर ही भारतीय संसद को बनवाया था। लेकिन यह बात ना किसी बात में लिखी गई है और ना ही संसद की वेबसाइट पर ऐसी कोई जानकारी दी गई है। भारतीय संसद न सिर्फ इस मंदिर से मिलती है बल्कि इसके अंदर लगे खंबे भी मंदिर के खंभों की तरह ही दिखते हैं। 

स्थानीय लोगों का मानना है कि आज भी यह मंदिर भगवान शिव की तंत्र साधना के कवच से ढका है। इस मंदिर में किसी को भी रात में रुकने की अनुमित नहीं है। तंत्र साधना के लिए प्रसिद्ध चौसठ योगिनी मंदिर में भगवान शिव की योगिनियों को जागृति करने का कार्य होता था।

इसे भी पढें – नीले फूल के अचूक टोटके, किस्मत बदल देंगे | neele phool ke totke in hindi

इसे भी पढें – 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और कहाँ स्थित है? 12 Jyotirling Names & Places in India

मान्याता है कि मां काली का चौसठ योगिनी माता अवतार हैं। घोर नाम के राक्षस के साथ युद्ध लड़ते हुए माता आदिशक्ति काली ने इस रुप को धारण किया था। यह रहस्यमयी मंदिर इकंतेश्वर महादेव मंदिर के नाम से भी मशहूर है।

इसे भी पढें – घर पर किस प्रकार की तुलसी रखनी चाहिए? जाने सब कुछ

<p>The post Chausath Yogini Temple: रहस्यमयी मंदिर, भारत का ये चौसठ योगिनी मंदिर, हर कमरे में है एक शिवलिंग, विदेशी भी आते थे तंत्र-मंत्र सीखने first appeared on Anju Jadon News & Blogs.</p>

]]>
https://anjujadon.com/chausath-yogini-temple-ekattarso-mahadev-mandir-chausath-yogini-temple/feed/ 0