Murkh Lomad Panchtantra ki kahaniyan in hindi

Murkh Lomad | Panchtantra ki kahaniyan in hindi मूर्ख लोमड़ – पंचतंत्र की कहानियां

आज हम इस लेख Panchtantra ki kahaniyan in hindi में मूर्ख लोमड़ के बारे में जानने वाले है की इस Murkh Lomad को सबक कैसे मिला। एक समय की बात है जब एक घना जंगल था और उस जंगल में सभी जानवरों के साथ एक लोमड़ रहा करता था। वह बहुत ही चालाक दिखाई पड़ता था। उस जंगल के सभी जीव जंतु परेशान रहते थे क्योंकि वह आए दिन उन सभी को परेशान करता रहता था, उनके साथ धोखा करता था, उनके खाने पीने की वस्तुएं चुरा लेता था।

वह दूसरों का खाना चुराकर बड़े आराम से खाता था, एक दिन उसके मन में ख्याल आता है कि मैं इस जंगल का खाना खाकर बहुत परेशान हो गया अभी मैं जंगल से बाहर जाकर कुछ मीठा खाता हूं उसके बाद वह लोमड़ जंगल से बाहर चले जाता है।

जंगल से बाहर जाने के बाद उसको एक गन्ने का खेत दिखाई पड़ता है वह सोचता है कि आज तो मैं भरपेट गन्ना खाऊंगा उसके बाद वह लोमड़ गन्ने के खेत में घुस जाता है और गन्ना खाना शुरू कर देता है उस गन्ने के खेत के मालिक उस की रखवाली करने के लिए इधर-उधर घूमता रहता है।

तब ही पास वाले खेत के मालिक ने उस लोमड़ी के बारे में खेत मालिक को बताता है इतना सुनने के बाद उसके का मालिक उस लोमड़ की ओर बढ़ता है भागते समय लोमड़ का पैर गन्नों के बीच फस जाता है जिसके वजह से लोमड़ उस खेत के मालिक के सामने भाग नहीं पाता है।

उसके के मालिक ने उस लोमड़ की जबरदस्त डंडे से मारना शुरू कर देता है लोमड़ बोलता है कि मुझे माफ कर दो मैं दोबारा इस खेत में कभी नहीं आऊंगा। उस लोमड़ को खेत का मालिक बोलता है कि तुम रोज ही मेरे गन्ने चुराकर खाते हो आज मैं तुम्हें सबक सिखा कर रहूंगा तब लोमड़ बोलता है कि मैं रोज नहीं आता मैं तो आज ही आया हूं।

इसलिए मुझे कृपया करके छोड़ दो तभी खेत का मालिक बोलता है कि बहाना किसी और को सुनाना मैं तुम्हारे कहने में नहीं आने वाला आज तो मैं तुम्हें सबक सिखा कर ही रहूंगा उसके बाद लोमड़ की फिर डंडे से जबरदस्त पिटाई करना शुरू कर देता है लोमड़ बहुत ही ज्यादा मार खाने से परेशान होकर जैसे कैसे करके वहां से अपनी जान बचाकर भागता है

भागते भागते किसी पत्थर से टकराकर वह एक पानी के टैंक में गिर जाता है उस टैंक में पानी का कलर नीला रहता है जिस वजह से वह लोमड़ पूरा नीला हो जाता है वह अपने नीले रंग को देखकर काफी परेशान होने लगता है तब ही उसके मन में एक योजना आती है और वह वहां से जंगल की ओर बड़े ठाठ के साथ जंगल के अंदर चले जाता है।

जब बाकी के जंगली जानवर उस लोमड़ को देखते हैं तो वह काफी डर जाते हैं जब लोमड़ धीरे-धीरे उनकी तरफ आगे बढ़ता है तो वह काफी डरे हुए होते हैं उनमें से जैसे तैसे करके एक जानवर पूछता है कि मैं आपसे पूछ सकता हूं कि आप कौन हैं और कहां से आए हैं तब वह लोमड़ बोलता है कि मैं भगवान के द्वारा भेजा गया एक दूत जो नीले आकाश से गुजरते हुए इस धरती लोक पर आया हूं इस वजह से मेरा रंग नीला है।

तब दूसरे जंतु बोलते हैं कि भगवान ने हमारे लिए किस कारण से आपको भेजा है तब लोमड़ बोलता है कि भगवान की इच्छा है कि मैं आपका सभी का नया राजा बनू जिससे आप मेरी सेवा करके धन्य हो जाए और दूसरा मैं आपकी रक्षा करूंगा आने वाले संकट का सामना करूंगा उसके बाद जंगल के सभी जीव जंतु उससे अपना राजा स्वीकार कर लेते हैं और उस लोमड़ी के लिए अपने नए राजा के लिए खुश होकर गाना गाने लगते हैं।

मूर्ख लोमड़ को सबक: Panchtantra ki kahaniyan in hindi

ढोल बजाते हैं चारों तरफ खुशी का माहौल रहता है दूर-दूर जंगल से अपने नए राजा को देखने और मिलने के लिए आते हैं चारों तरफ बहुत आनंद का माहौल दिखाई पड़ता है लोमड़ अपने आप को एक राजा के रूप में देखता है बहुत ही खुश रहता है तब ही अन्य जंतु मिलने के साथ की एक लोमड़ टोली भी उनके साथ नए राज्य से मिलने के लिए आती है तभी लोमड़ की टोली ने अपनी आवाज से राजा का सुख स्वागत करते हैं राजा भी ठहरा एक लोमड़ वह भी बाकी लोमड़ीओ की तरह अपनी आवाज में आवाज निकालने लगा।

उसके बाद सभी जंगल वासियों को पता चल जाता है कि यह तो लोमड़ है उसके बाद हाथी बोलता है कि लोमड़ तुमने आज तो हद ही कर दी आज तुम बचकर नहीं जा सकते सभी जानवर मिलकर उसकी पिटाई करने लगते हैं पिटाई करने के बाद लोमड़ परेशान होकर उन सभी जानवरों से माफी मांगता हे।

मेरे जंगल के प्यारे दोस्तों मुझे माफ कर दो मैं आगे से आपको किसी प्रकार से परेशान नहीं करूंगा इस बात को सुनकर जंगल के सभी जानवरों ने दया दिखाते हो उसको माफ कर देते हैं और सभी अपने अपने स्थान पर चले जाते हैं इस प्रकार से मूर्ख लोमड़ को सभी जानवरों ने मिलकर सबक सिखाया।

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